विश्व की स्थानीय पवने निम्नलिखित हैं:-
1- गर्म स्थानीय पवने:-
चिनूक हवा (Chinook wind):- एक प्रकार की गर्म और शुष्क हवा होती है जो मुख्य रूप से पर्वतीय इलाकों से नीचे की ओर बहती है, खासकर उत्तरी अमेरिका में। यह हवा विशेष रूप से *रॉकी पर्वत* (Rocky Mountains) के आस-पास के क्षेत्रों में पाई जाती है। यह हवा उत्तरी अमेरिका के राॅकी पर्वत श्रेणियां के पूर्वी ढाल पर अलबर्टा, पश्चिमी सस्केचवान तथा मोंटाना राज्यों में ढालों से नीचे की और शुष्क और गर्म दक्षिणी-पश्चिमी पवनें प्रवाहित होती हैं।
बसंत काल में इनकी गर्मी से तापमान अचानक बढ़ जाता है। और बर्फ पिघलने की क्रिया तेजी से होने लगती है इन्हीं पवनो को चिनूक कहते हैं। यह पवन वहां के स्थानीय पशुपालकों के लिए लाभदायक होती है क्योंकि इसके आगमन से चरागाहों की बर्फ पिघल जाती है। और वह बर्फ मुक्त हो जाते हैं। जिससे उनके पशुओं को चारा उपलब्ध होता है। चिनूक हवा का प्रभाव मौसम पर बहुत अधिक पड़ता है, और इसे “चिनूक” इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह हवा अक्सर चिनूक नामक स्थानों से आती है।
और पढ़े :-विश्व की जनजातियां|बुशमैन|पिग्मी|मसाई|बोरो|सकाई|सेमांग|बद्दू|
चिनूक हवा के प्रमुख लक्षण:-
1.गर्म और शुष्क:- चिनूक हवा में आमतौर पर उच्च तापमान होता है, जो ठंडी और नम हवा की तुलना में बहुत अधिक गर्म होती है।
2.पर्वतीय क्षेत्रों से बहना:- यह हवा जब पर्वतों से नीचे की ओर आकर उतरती है, तो उसे “चिनूक” कहा जाता है। इस प्रक्रिया को “ओरोग्राफिक लिफ्टिंग” कहते हैं, जिसमें हवा पर्वतों के ऊपर चढ़ने के बाद, जब नीचे उतरती है, तो उसकी नमी घट जाती है और तापमान बढ़ जाता है।
3.तेज़ी से मौसम में बदलाव:- चिनूक हवा के कारण अचानक मौसम में परिवर्तन होता है, और इससे ठंडे मौसम में भी गर्मी का अनुभव हो सकता है। यह हवा कभी-कभी हिमपात (snow) को भी जल्दी पिघला देती है।
4.विविध प्रभाव:- चिनूक हवा के कारण बर्फ़ीले इलाकों में जल्दी गर्मी आती है, जिससे बर्फ़ जल्दी पिघलती है और स्थानीय तापमान में तेजी से वृद्धि होती है।
चिनूक हवा विशेष रूप से *कनाडा के प्रेयरी इलाकों* और *संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी राज्यों* में महसूस की जाती है। यह हवा कृषि, मौसम और दिनचर्या पर महत्वपूर्ण असर डाल सकती है।
इन्हें भी पढ़िए :-पृथ्वी की आंतरिक संरचना|सियाल(SiAl)|सीमा(SiMa)|निफे(NiFe)|
फाॅन (Foehn):-
फाॅन पवन एक गर्म तथा अत्यधिक शुष्क पवन है। जो आल्पस पर्वत के उत्तरी ढ़ाल से नीचे उतरती है। इसको ऑस्ट्रिया तथा जर्मनी में फाॅन कहा जाता है। इसका प्रभाव सबसे अधिक स्विट्जरलैंड में होता है।
यह पवन जब पर्वत से नीचे उतरती है तो इसका तापमान लगभग 15 डिग्री सेल्सियस से 20 डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है। इसी कारण अपने मार्ग की बर्फ को पिघला देती है, जिससे मौसम सुहावना हो जाता है, इसके प्रभाव से यहां अंगूर की फसल शीघ्र पक जाती है। चारागाह पशुओं के चरने योग्य बन जाते हैं। यह पवन मुख्यतः शीत ऋतु के अंत में तथा बसंत ऋतु के प्रारंभ में चला करती है।
सिराको (SIROCCO):-
यह पवन अत्यधिक आर्द्र और अत्यधिक शुष्क सहारा मरुस्थल में भूमध्य सागर की ओर चलने वाली गर्म हवा है। भूमध्य सागर से गुजरते समय यह नमी धारण करती है तथा इटली में वर्षा करती है।
मरुस्थल की रेत के साथ वर्षा होने पर पानी की बूंदे लाल हो जाती है, इसी कारण इटली में इसे रक्त की वर्षा (Blood rain) कहते हैं। इटली में इसे सिराको (sirocco), स्पेन में लेवेंच (Levech) तथा मैड्रिया तथा कनारी द्वीप समूह में इसे लेस्ट नाम से जाना जाता है। इसे विभिन्न स्थानों में अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है। जैसे:- मिस्र में खमसिन, लीबिया में गिबली, ट्यूनीशिया में चिली, स्पेन में लेवेंच, मेडिरा व कनारी में लेस्ट, अरब के रेगिस्तान में सिमूम।
सिराको पवन प्रायः सभी मौसमों में चलती है, लेकिन बसंत काल में भूमध्य सागर में चलने वाले चक्रवातों के समय अत्यधिक सक्रिय होती है। यह हवाएं कृषि और बागवानी फसलों के लिए विनाशकारी होती हैं। जैसे स्पेन इटली आदि में इसके चलने से अंगूर और जैतून की फसलों के फूल झड़ने से अत्यधिक नुकसान होता है।
अरब के रेगिस्तानों में सिमूम के नाम से पुकारी जाने वाली यह हवा अत्यधिक गर्म शुष्क रेत की आंधियां होती हैं। जिससे यहां की दृश्यता लगभग शून्य हो जाती है।
हरमट्टन (HARMATTAN):-
सहारा मरुस्थलीय प्रदेश में चलने वाली गर्म अति शुष्क और रेत युक्त गिनी की तट की ओर चलने वाली पवन को “हरमट्टन” कहते हैं। यह पवन इतनी गर्म होती है, जिसके फलस्वरुप पौधों के तनों में दरारें पड़ जाती हैं।
यह हवाएं गिनी तट पर पहुंचती हैं, तो वहां की आर्द्र हवा (उमस) का वाष्पीकरण होने के कारण हवाएं ठंडी हो जाती हैं, फलस्वरुप लोगों को उमस से राहत मिलती है, इसी कारण इस पवन को “डॉक्टर पवन” (Doctor wind) की संज्ञा दी जाती है।
लू (Loo):-
उष्ण प्रदेशों में ग्रीष्म ऋतु में बहने वाली शुष्क हवाओं को “लू” कहते हैं। भारत में इस पवन का तापक्रम 38 डिग्री सेल्सियस से 49 डिग्री सेल्सियस तक होता है। यह भारत में मई के अंतिम सप्ताह से जून के अंतिम सप्ताह तक बहती है।
ब्रिक फील्डर (Brick Fielder):-
ब्रिक फील्डर दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया के मरुस्थलीय प्रदेशों (विक्टोरिया) से चलने वाली गर्म शुष्क धूल भरी स्थानीय हवा है। इसे “साउदर्ली बूस्टर” के नाम से भी जाना जाता है। इसके प्रभाव से ऑस्ट्रेलिया के दक्षिण पूर्वी तटीय क्षेत्र का तापमान बहुत बढ़ जाता है, और यहां का मौसम गर्म और शुष्क हो जाता है।
इस पवन में धूल की मात्रा होने के कारण दृश्यता को प्रभावित करती है। यह अर्जेंटीना में चलने वाली “जोंडा पवन” के समकक्ष होती है। इसका नाम मध्य सिडनी में स्थित ब्रिक फील्ड पहाड़ी के नाम से पड़ा है।
सिमूम(Simoom):-
यह एक गर्म शुष्क तथा दम घुटाने वाली हवा है। जो सहारा और अरब के मरुस्थलों में बसंत और ग्रीष्म में चलती है। यह अपने साथ बालू उड़ा कर लाती है, इन हवाओं का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक हो जाता है। जिससे शरीर में इतनी गर्मी उत्पन्न होती है, कि पसीने के वाष्पीकरण से उसका समाधान नहीं हो पाता है। जिससे “हीट स्ट्रोक” होने का खतरा रहता है। इसलिए इसे “जहरीली हवा” भी कहते हैं।
काराबुरान (Kara buran):-
काराबुरान पवन मध्य एशिया में सिक्यांग के तारिम बेसिन में बहने वाली गर्म और शुष्क उत्तरी पूर्वी हवा है। यह हवा मरुस्थलों में धूल उड़ाकर लोएस (पाऊस) के मैदान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह हवा बसंत के आरंभ से ही लेकर ग्रीष्म के अंत तक बहती है।
खमसिन(Khamsin):-
मिस्र में सिराको पवन को ही खमसिन नाम से जाना जाता है। जो मिस्र के उत्तर की ओर प्रवाहित होती है, इसकी उत्पत्ति उष्ण मरुस्थलीय प्रदेशों से होने के कारण इसमें धूल कणों की अधिकता होती है। मुख्यतः यह पवन बसंत ऋतु में चलती है।
गिबली(Gibli):-
यह पवन उत्तरी अफ्रीका के लीबिया, ट्यूनीशिया से भूमध्य सागर की ओर चलने वाली स्थानीय पवन है। जो कि गर्म शुष्क और धूल भरी होती है। यह पवन जब भूमध्य सागर से गुजरती है तो नमी ग्रहण करती है, जिसके फल स्वरुप बादलों का निर्माण होकर बारिश होती है। जिसमें धूल के कणों की उपस्थिति रहती है। यह पवन सिराको पवन का ही विस्तार है। जिसे लीबिया में गिबली नाम से जाना जाता है।
चिली(Chilli):-
यह ट्यूनीशिया में चलने वाली गर्म शुष्क हवा है, जो भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उत्तरी अफ्रीका से चलने वाली गर्म और शुष्क पवन सिराको को ही ट्यूनीशिया में चिली नाम से जाना जाता है।
ब्लैक रोलर (Black Roller):-
ब्लैक रोलर एक गर्म स्थानीय पवन है, जो उत्तरी अमेरिका के विशाल मैदान में दक्षिण पश्चिम या उत्तरी पश्चिमी तेज धूल भरी आंधियों के रूप में चलती है। इन पवनो में धूल की मात्रा इतनी होती है कि जो कि मार्ग में पढ़ने वाली इमारतों को ढ़क देती है।
शामल (Shamal):-
यह एक गर्म हवा है, जो इराक, मेसोपोटामिया, फारस की खाड़ी की ओर उत्तर पूर्व से चलने वाली पवन है।
नार्वेस्टर(Norwester):-
यह न्यूजीलैंड के दक्षिण द्वीप की पर्वतमालाओं से उत्पन्न होने वाली फाॅन पवन की भांति गर्म शुष्क झोकेदार पवन है।
भारत और बांग्लादेश में भी बंगाल की खाड़ी से आने वाली स्थानीय आंधी तूफान को नार्वेस्टर या काल वैसाखी कहा जाता है यह उत्तर पश्चिम से दक्षिण पूर्व दिशा में प्रवाहित होती है यह गरज, बिजली, ओलावृष्टि और भारी बारिश लाती हैं। लेकिन यह कुछ फसलों के लिए लाभकारी सिद्ध होती है।
सांता आना (Santa Ana):-
सांता आना धूलयुक्त, गर्म, शुष्क स्थानीय पवन है। जो कि दक्षिणी कैलिफोर्निया के तटीय मैदानों में चलती है। इस पवन के प्रकोप से कैलिफोर्निया के फलों के बगीचों को अपार क्षति होती है।पेड़-पौधे सूख जाते हैं, फलस्वरुप जंगलों में आग भी लग जाती है।
कोयमबैंग (Coembang ):-
कोयमबैंग जावा, इंडोनेशिया में चलने वाली गर्म स्थानीय हवा है। फाॅन के समान लक्षण वाली पवन है। इस पवन द्वारा यहां की तंबाकू की फसल को अधिक नुकसान होता है।
योमा(Yoma):-
योमा जापान की खड़ी घाटियों में चलने वाली गर्म, शुष्क स्थानीय पवन है। जो निर्धारित स्थानों पर नियमित चलती है।
जोन्डा (Zonda):-
यह अर्जेंटीना में चलने वाली गर्म, शुष्क, उमसदार स्थानीय पवन है। जो पश्चिम में एंडीज पर्वतमालाओं से नीचे मैदानों की ओर चलती है। इसे “शीत फाॅन” (Winter Foehn) भी कहते हैं।
सोलैनो(Solano):-
यह दक्षिणी पूर्वी स्पेन तथा जिब्राल्टर में बहने वाली पूर्वी तथा दक्षिणी पूर्वी स्थानीय पवन है। यह पवन गर्मियों में शुष्क, गर्म होती है, तथा कभी-कभी नमी ग्रहण करके वर्षा भी करती है।
ट्रेमोंटेनो (Tramontano):-
यह मध्य यूरोप में बहने वाली गर्म, शुष्क स्थानीय हवा है। जो यहां की संकरी घाटियों में बहती है।
सिमून(Simun/Simoon):-
यह ईरान मैं चलने वाली कर गर्म, शुष्क स्थानीय पवन है। जो यहां के कुर्दिस्तान पर्वत के नीचे मैदानी भागों में चलती है।
अयाला (Ayala):-
यह एक तीव्र प्रचंड गर्म स्थानीय पवन है। जो कि फ्रांस के सेंट्रल मैसिफ क्षेत्र में बहती है। मध्य एशिया, इराक, गिनी तट, अमेरिका के मेड्रिया,इटली मे इसी पवन को सिराॅको कहते हैं।
बर्ग(berg):-
दक्षिण अफ्रीका में चलने वाली गर्म एवं शुष्क स्थानीय पवन है। यह यहां के आंतरिक पठारों से तटीय क्षेत्र की ओर बहती है।
बाग्यो (Baguio):-
यह फिलिपींस द्वीप समूह क्षेत्र में बहने वाली उष्णकटिबंधीय चक्रवाती पवनें (Tropical Storm) है। जो जुलाई से नवंबर तक चलती हैं
2-ठंडी स्थानीय पवने :-
मिस्ट्रल(Mistral):-यह एक ठंडी शुष्क स्थानीय हवा है। जो फ्रांस के उच्च पठार से होकर भूमध्य सागर की ओर तीव्र गति से चलती हैं। और यह उत्तरी पश्चिमी अथवा उत्तरी हवाएं जो मुख्यतः रोन डेल्टा तथा लायन्स की खाड़ी में चलती है।
यह ठंडी हवाएं मध्यवर्ती यूरोप में उपस्थित शीतकालीन प्रतिचक्रवात से होकर गुजरती हैं।इन हवाओं की औसत गति 60 किलोमीटर प्रति घंटा होती है, लेकिन कभी-कभी इनकी गति 130 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच जाती है।
बोरा (Bora):-
एड्रियाटिक सागर के उत्तरी तट पर चलने वाली एक ठंडी पवन है। यह पवन मध्य यूरोप में उत्तरी पूर्वी पर्वतों के उच्च दाब क्षेत्र से भूमध्य सागर में विद्यमान निम्न दाब के क्षेत्र में प्रायः शीत काल में चलती है। इस पवन के लक्षण मिस्ट्रल पवन से मिलते जुलते होते हैं।
विली विली (Willy Willy):-
यह पवन एक रूप से उष्णकटिबंधीय तीव्र तूफान की श्रेणी में आता है जो ठंडा अल्पकालिक एवं स्थानीय होता है। यह हवाएं ऑस्ट्रेलिया में उत्तरी -पश्चिमी तट के समीप उत्पन्न होती हैं।
पोनेण्टी (Ponente):-
यह एक ठंडी पवन है, जिसके चलने से सामान्यता मौसम शुष्क हो जाता है। यह भूमध्य सागरीय क्षेत्र में कोर्सिका के तट पर तथा भूमध्य सागरीय फ्रांस में चलने वाली पश्चिम पवन हैं।
पुर्गा (Purga):-
यह एक ठंडी स्थानीय पवन है। जो टुंड्रा प्रदेश के अलास्का व साइबेरिया क्षेत्र में प्रचंड हिम झंझावात या बर्फीले तूफानों के रूप में उत्तर- पश्चिम दिशा में चलते हैं।
ब्लिजर्ड(Blizzard):-
यह एक ठंडी स्थानीय हवा है। जिसे ‘हिम झंझावात” भी कहते हैं। जो दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र साइबेरिया, कनाडा तथा संयुक्त राज्य अमेरिका में चलती है। यह पवन ध्रुवों से आने के कारण बर्फ के कणों से युक्त होती है। इसके चलने से यहां का तापमान अचानक हिमांक से नीचे गिर जाता है। सतह बर्फ से ढक जाती है, जिससे शीत लहर चलने लगती है।
संयुक्त राज्य अमेरिका में पश्चिम व पूर्व में कोई अवरोध न होने के कारण यह हवाएं समस्त मध्यवर्ती मैदानों को प्रभावित करती हुई दक्षिणी प्रान्तो तक पहुंच जाती है। यहां पर इनको “नॉर्दर्न (Northern)” कहते हैं, तथा साइबेरिया में इन्हें “बुरान” कहते हैं।
बाइज (Bise):-
यह दक्षिणी फ्रांस में शीत ऋतु के समय चलने वाली अत्यधिक ठंडी पवन है।
लेवेंतर(Leventer):-
दक्षिणी स्पेन में शीत ऋतु के समय चलने वाली ठंडी हवा है।
पैंम्पीरो (Pempero):-
यह एक तीव्र गति से चलने वाली ठंडी हवा है। जो अर्जेंटीना तथा उरुग्वे के पम्पास क्षेत्र में चलती है। कभी-कभी यह पवन चमक और गरज के साथ तीव्र वर्षा भी करती हैं।